EPFO Breaking News 2023 : अब खुले कर्मचारियों के भाग्य, अब हर महीने अकाउंट में पहुंचेंगे 21,000 पेंशन, जानें पुरी इनफॉर्मेशन

EPFO Breaking News 2023 : यह जानकारी कर्मचारियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है। आपको बता दें कि ईपीएफओ के जरिए 6.5 करोड़ से ज्यादा समर्थकों को फायदा होगा। वास्तव में, बेनिफिट्स एसेट में छत के संबंध में एक विकल्प बहुत जल्द लिया जा सकता है। ईपीएफओ का कहना है कि सरकार चाहती है कि पीएफ ज्यादा से ज्यादा लोगों पर लागू हो। पेंशन कैप रुपये से उठाया जा सकता है। मूल वेतन के लिए 15,000 रुपये। इस तरह 21,000।

EPFO नियमों के अनुसार, EPAS पेंशन अधिकतम 15,000 रुपये के मूल वेतन पर उपलब्ध है। इसका मतलब है कि ईपीएफओ पेंशन फंड में हर महीने सिर्फ 1250 रुपए ही जमा किए जा सकते हैं। बदलाव किए जाने पर यह सीमा बढ़ाकर 21 हजार रुपए कर दी जाएगी।

EPFO Breaking News 2023

Total Salary की क्या है limit

EPFO Breaking News 2023 : EPFO सब्सक्राइबर के ईपीएस योगदान की पूरी राशि उसके ईपीएफ के अलावा EPFO में जाती है। ये वे निवेश हैं जो नियोक्ता करता है। हालांकि, इस मामले में अधिकतम जमा और पेंशन फंड राशि 15,000 रुपये है। इसे अब EPFO के जरिए जुटाया जा सकता है।

उदाहरण के लिए, 12% EPA को EPFO ग्राहक की मूल आय रुपये से घटाया जाएगा। 30,000, और इतनी ही राशि नियोक्ता के खाते से भी काट ली जाएगी। हालांकि, नियोक्ता का हिस्सा दो अलग-अलग जगहों पर EPFO में जमा होता है। पहले को EPAF में रखा गया है, जबकि दूसरे को ऐप्स में रखा गया है।

1250 की जगह अकाउंट में डिपॉजिट होंगे कितने पैसे

EPFO Breaking News 2023 : आपको बता दें कि 30 हजार रुपए के मुआवजे में EPFO कारोबार का 12 फीसदी भी रखा जाता है। हालांकि, बेनिफिट रिजर्व में आवश्यक मुआवजे की सीमा 15 हजार रुपये है। ईपीएफओ की लिमिट के चलते सैलरी का 8.33 फीसदी यानी 1250 रुपये EPAF में जमा होता है। अगर इसके ब्रेकिंग पॉइंट को बढ़ाया जाता है तो उस हिस्से को 25,000 रुपये की सीमा में तय किया जा सकता है। यानी एन्युइटी रिजर्व में 2,083 रुपए जमा किए जाएंगे।

EPFO को होगा बड़ा बेनिफिट

EPFO के अधिकारी भानु प्रताप शर्मा के मुताबिक, अगर ईपीएफओ यह फैसला लेता है तो 6.5 करोड़ सब्सक्राइबर्स को काफी फायदा होगा। एक ट्रेन की कीमत इतनी ज्यादा है कि सुनकर आपके पसीने छूट जाएंगे। जिसमें लोगों की बढ़ती संख्या शामिल होगी, जबकि नियोक्ता का हिस्सा बढ़ने पर पेंशन फंड भी बढ़ेगा। बहरहाल, इस मानक को निष्पादित करने के लिए निवेश की आवश्यकता हो सकती है।

सूत्रों का दावा है कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज के सदस्य पेंशन फंड की लिमिट बढ़ाने पर चर्चा कर रहे हैं। जहां शुरूआती वेतन लगभग रु. 18,000 इस परिस्थिति में वर्तमान वेतन में वृद्धि की आवश्यकता है। इससे बड़ी संख्या में कर्मचारियों को फायदा होगा।

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