7th Pay Commission: जल्द ही एक और केंद्रीय कर्मचारी हड़ताल होने वाली है, जो इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है। जैसे ही केंद्र की मोदी सरकार केंद्रीय कर्मचारियों और सेवानिवृत्त लोगों के लिए महंगाई भत्ता (डीए) बढ़ाएगी, अनुमान है कि मूल वेतन में सम्मानजनक बढ़ोतरी संभव होगी।
इसके अलावा फिटमेंट फैक्टर का बढ़ना भी संभव है। यदि ऐसा होता है तो ये दो महत्वपूर्ण सौगातें पूरे मानसून सीजन में वरदान साबित होंगी, जो लोगों का दिल जीतने के लिए काफी होंगी। हालाँकि मोदी प्रशासन ने इस आशय की कोई औपचारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन सभी मीडिया रिपोर्ट्स ने यह महत्वपूर्ण दावा किया है।
डीए में होगी कितनी बढ़ोतरी?
7th Pay Commission: केंद्र सरकार कर्मचारियों का DA करीब 4 फीसदी बढ़ाने पर विचार कर रही है। उसके बाद, डीए बढ़कर लगभग 46% हो जाएगा, जिससे मूल वेतन में काफी वृद्धि होगी। हाल ही में केंद्रीय कर्मचारी 42 फीसदी डीए के लिए पात्र हो गए हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सातवें वेतन आयोग के अनुसार हर दो साल में डीए दोगुना करना अनिवार्य है। डीए की दरें हर छह महीने में बढ़ाई जाती हैं, जो जनवरी से शुरू होकर जुलाई में समाप्त होती है। इस बार डीए से ज्यादातर एक परिवार को फायदा होगा। यदि यह अभी दरें बढ़ाता है तो यह सभी का दिल जीत लेगा क्योंकि इन्हें 1 जुलाई, 2023 से प्रभावी माना जाएगा।
7th Pay Commission: फिटमेंट फैक्टर पर गुड न्यूज़
7th Pay Commission: सरकार जल्द ही केंद्रीय कर्मियों के लिए फिटमेंट फैक्टर में नाटकीय रूप से बढ़ोतरी कर सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिटमेंट फैक्टर को 2.60 से बढ़ाकर 3.0 किया जा सकता है, जिससे वेतन में बढ़ोतरी होगी। सरकार ने अभी तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है। आपको बता दें कि फिटमेंट फैक्टर कई साल पहले उठाया गया था, जिसके चलते कर्मचारी लगातार मांग कर रहे थे।

मार्च में हुआ था 4% का इजाफ़ा
7th Pay Commission: ऑल इंडिया रेलवेमेन्स फेडरेशन के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा के मुताबिक, हम डीए में 4% बढ़ोतरी का अनुरोध कर रहे हैं। हालाँकि, DA में वृद्धि थोड़ी कम, लगभग 3% हो सकती है। DA में अनुमानित वृद्धि 3% से 45% तक हो सकती है। केंद्रीय कर्मचारियों के लिए डीए फिलहाल 42 फीसदी होगा। केंद्र सरकार के कर्मचारियों को उनके डीए और डीआर में साल में दो बार बढ़ोतरी मिलती है। आपको बता दें कि आखिरी बार डीए मार्च में 4 फीसदी बढ़ाया गया था।