RBI Latest Update: हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने कर्ज न चुका पाने वाले कर्जदारों के लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है। कुछ लोग बैंकों से लिया हुआ कर्ज किसी मजबूरी के कारण नहीं चुका पाते हैं तो कुछ लोग ऐसे हैं जो जानबूझकर बैंक से लिया हुआ कर्ज नहीं चुकाना चाहते। लेकिन अब इन सभी लोगों के लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने एक बड़ी खुशखबरी दी है और नया नियम बनाया है। इस नियम के अनुसार अब इन लोगों को बड़ी राहत मिलने वाली है।
RBI द्वारा बनाए गए नए नियमों के अनुसार जिन लोगों ने बैंकों का कर्ज नहीं चुकाया है वह बैंकों से बातचीत कर सकते हैं और लोन की शर्तों में बदलाव कर सकते हैं या फिर सेटिंग करके भी कर्ज की राशि अदा कर सकते है। इसके बाद बैंक ऐसे खुदगर्ज लोगों को 12 महीने की कुलिंग अवधि के बाद दोबारा लोन दे सकता है। आपको बता दे कि नीरव मोदी, विजय माल्या और मेहुल चौकसी जैसे कई पैसों वाले लोग है जो कर्ज लेकर विदेशों में छुपे हुए है। लेकिन अब RBI ने इनके खिलाफ सख्ती से कदम उठाया है।

RBI ने दे दी मंजूरी
RBI Latest Update: जानकारी से पता चला है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने हम उन लोगों को मंजूरी देती हैं जिन्होंने बैंकों से लाखों करोड़ो का कर्ज लिया है और अब उन्हें जानबूझकर चुका नहीं रहे हैं। इस मामले में अब RBI ने कर्ज के निपटारे के लिए समझौता करने की मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही RBI ने कहा है कि अब इसके लिए निदेशक मंडल पर समितियाँ बनाई गई है। इसी के साथ-साथ कुछ जरूरी शर्ते भी बनाई गई हैं। RBI द्वारा बनाई गई इन नई शर्तो में लोन की न्यूनतम समयावधि, जमानत पर रखी गई सम्पति की क़ीमत में आई गिरावट जैसे पहलू भी शामिल है।
बैंको के लिए नए नियम
RBI Latest Update: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने बैंकों के लिए भी नए नियम बनाए हैं और उन्होंने बताया है कि अब बैंकों का निदेशक मंडल इस तरह के लोन में अपने कर्मचारियों की जवाबदेही को सुनिश्चित करने की जांच करने के लिए भी एक समिति का गठन करेगा। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नए नियम के अनुसार अब जिन लोगों ने कर्ज ले लिया और वह चुकाने में आनाकानी कर रहे हैं तो ऐसे लोगों को अब किसी भी तरह कर्ज का निपटारा करने के लिए समझौता करने का अवसर दिया जाएगा।
दोबारा लोन लेने की स्कीम
अगर कोई भी कर्जदार रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) द्वारा बनाए गए नए नियमों के अनुसार समझौता कर लेता है तो उसे नया लोन देने के लिए ‘कुलिंग पीरियड’ रखा जायेगा। इससे बैंको पर आने वाली परेशानी और जोखिम कम हो जाएगी। अगर कोई भी व्यक्ति खेती पर लोन लेने के बजाए ने किसी चीज पर लोन ले रहा है तो उसकी समय अवधि 12 महीने तक की हो सकती है। यदि कोई व्यक्ति इस नियम से पहले बैंक का कर्ज नहीं चुकाता था तो उसे दोबारा लोन लेने में काफी सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। लेकिन अब वह 1 साल का कुलिंग पीरियड पूरा करने के बाद दोबारा लोन ले सकता है।