Passport Seva V 2.0: विदेश मंत्री एस जयशंकर जी ने की बड़ी घोषणा, पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम का आएगा 2.0 वर्जन

Passport Seva V 2.0: भारत में बहुत जल्दी पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम 2.0 वर्जन (पीएसपी 2.0)की शुरुआत होने वाली है। 2.0 वर्जन में नए एवं अपग्रेडेड पासपोर्ट जारी किए जाएंगे। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पासपोर्ट सेवा दिवस (24 जून) को पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम 2.0 की घोषणा की। विदेश मंत्री ने भारतीय और विदेशों के पासपोर्ट जारी किए जाने वाले अधिकारियों से अपील की कि पासपोर्ट समयानुसार ,भरोसेमंद तरीके से नागरिकों को उपलब्ध करवाने के लिए सरकार का साथ दें।

पासपोर्ट सेवा दिवस के मौके पर विदेश मंत्री ने किया ऐलान।

Passport Seva V 2.0: हाल ही में पासपोर्ट सेवा दिवस (24 जून) के मौके पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर जी ने कहा कि हम बहुत जल्द नए पासपोर्ट चरण( psp version 2.0) की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस चरण में नए और अपग्रेटेड e-passport की सुविधा दी जाएगी।

विदेश मंत्री ने कहा कि नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इसे प्रधान मंत्री डिजिटल इको सिस्टम एक नए कदम की ओर  देखा जाएगा। और विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि मैं भारतीय और विदेशी पासपोर्ट जारी करने वाले अधिकारियों से अनुरोध करता हूं कि वह नागरिकों को पासपोर्ट और उससे जुड़ी सुविधाओ में  सहूलियत उपलब्ध करवाने  में सरकार का साथ दें।

EASE (इज की शुरुवात)

Passport Seva V 2.0: विदेश मंत्री एस जयशंकर जी ने कहा कि प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण (नागरिकों में इज ऑफ लिविंग को बढ़ाने के लिए) के अनुसार EASE की शुरुआत की जा रही है। इसमें डिजिटल इको सिस्टम के साथ अच्छी पासपोर्ट सेवाएं उपलब्ध करवाना शामिल है।EASE का मतलब A यानी की artificial intelligence युक्त सेवाएं देना ,S यानी smoother( सुविधाजनक)  विदेश यात्रा के लिए चिप आधारित पासपोर्ट उपलब्ध करवाना। और E यानी enhance data उपलब्ध करवाना।

PSP 2.0 चरण में पासपोर्ट में लगी होगी चिप।

नए चरण (psp 2.0)के पासपोर्ट में डाटा अधिक सुरक्षित रखने की व्यवस्था होगी। नागरिकों की विदेश यात्रा आसान बनाने के लिए पासपोर्ट में चिप सिस्टम का उपयोग किया जाएगा। पासपोर्ट में लगी चिप में उपयोगकर्ता का पूरा ब्यौरा दिया जाएगा। नकली पासपोर्ट बनाना नागरिकों के लिए लगभग नामुमकिन हो जाएगा। यह सरकार की अच्छी पहल है। शुरुआत में लगभग 10 लाख ई पासपोर्ट जारी किए जाएंगे। वह देखने में एक समान होंगे। इस में एआई का इस्तेमाल पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया को और भी ज्यादा आसान बनाएगा।

महामारी के बाद बढ़ी विदेश यात्रा।

देश में 2014 में लगभग 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे। लेकिन अब इनकी संख्या 7 गुना बढ़कर 523 हो गई है। कोविड-19 महामारी के बाद देश में विदेश जाने वाले लोगों की संख्या काफी बढ़ गई है । पासपोर्ट से जुड़ी सेवाओं की बढ़ती मांग को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने तेजी से काम किया है।

इसके तहत वीकेंड में अपॉइंटमेंट और स्पेशल ड्राइव के तहत ई पासवर्ड सेवाएं दी जा रही हैं। 2022 में सरकार द्वारा 13.32 मिलियन पासपोर्ट सेवाएं उपलब्ध करवाई गई ।2021 के  मुकाबले इसमें 63% इजाफा हुआ है। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने पासपोर्ट सेवा केंद्रों का दौरा किया है इन दौरो में ऑपरेशन गवर्नेंस और पॉलिसी को सही तरीके से लागू करने में मदद मिली है। 

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